-A A +A
अंतिम नवीनीकृत: 19-अप्रैल-24

निगमित सलाहकारी सेवाएं

ऐसे समय में जबकि भारत नए क्षेत्रों और परियोजनाओं में निवेश के भरपूर अवसर प्रदान कर रहा है, औद्योगिक प्रगति की ओर बढ़ते हुए अपने प्रयासों से भारतीय निगमित क्षेत्र में विनिर्दिष्ट सलाहकारी सेवाएं प्रदान करना अत्यन्त आवश्यक हो गया है । वित्तीय क्षेत्र में छः दशकों से अधिक अपने अनुभवी व्यावसायिक समूह तथा गहन अनुभव से आईएफसीआई इस आवश्यकता को एकमात्र रूप से पूरा कर रहा है । औद्योगिक विकास के उत्प्रेरक के रूप में आईएफसीआई निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करता हैः

  • निगमित सलाहकारी सेवाएं
  • अवस्थापना सलाहकारी सेवाएं
  • सार्वजनिक निर्गमों का अनुवर्तन

निगमित सलाहकारी सेवाएं

 

आईएफसीआई का निगमित सलाहकारी समूह अनेक प्रकार की परामर्शकारी सेवाएं प्रदान करता है, जो विभिन्न प्रकार के कारोबार करने वाली कम्पनियों को सम्पूर्ण वित्तीय समाधान उपलब्ध कराने पर बल देता है । प्रदान की जाने वाली सेवाएं इस प्रकार हैं -

परियोजना परामर्श :

 
  • नवरत्न/महारत्न (सबसे अधिक मूल्यवान सार्वजनिक क्षेत्र) कम्पनियों का निवेश मूल्यांकन
  • परियोजनाओं के चयन के सम्बन्ध में मार्गदर्शन, व्यवहायता अध्ययन तैयार करने, डीपीआर, पूंजी संरचना, तकनीकी आर्थिक व्यवहार्यता, वित्तीय इंजीनियरिंग, परियोजना प्रबन्धन डिजाइन आदि सहित परियोजना अवधारणाएं और इससे सम्बन्धित सेवाएं ।
  • विभिन्न परियोजनाओं के दस्तावेजों का प्रलेखन
  • प्रतिस्पर्धात्मक शर्तों पर ऋण का सामूहिकीकरण
  • इक्विटी का सामूहिकीकरण
  • निजी इक्विटी की व्यवस्था करना

विलयन और अधिग्रहणः

 
  • क्रय/विक्रय परामर्श
  • सम्भावित परियोजनाओं का पता लगाना
  • कारोबार मूल्यांकन
  • डयू डिलिजेंस
  • लेन-देन प्रक्रिया में सहायता
  • वित्तीय संरचना
  • लेन-देन दस्तावेजों का प्रारूपण और निष्पादन
  • प्रस्तावों का वित्तपोषण
  • सम्भावित ग्राहकों की बोलियों के मूल्यांकन, उन्हें बातचीत द्वारा अन्तिम रूप देने सहित सैल साइड सलाहकारी सेवाएं

विनिवेश/बोली प्रक्रिया प्रबंधन

 
  • पीआईएम व सीआईएम, आरएफपी व आरएफक्यू तैयार करना ।
  • बोलियां आमंत्रित करने के लिए विज्ञापन, बोलियों के मूल्यांकन के मापदण्ड बनाना ।
  • निविदा-पूर्व बैठकों का आयोजन, गैर प्रकटीकरण करार तैयार करना व उनका निष्पादन, बोलियों का तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन
  • आरक्षित मूल्य/सरकारी बोली का निर्धारण, सफल बोलीकर्ता का चयन एवं समझौता ज्ञापन तथा करार का निष्पादन

संयुक्त उद्यम/सरकारी व निजी भागीदारी (पीपीपी) वाली परियोजनाओं के लिए सलाहकारी सेवाएं :

 
  • दूरदर्शिता/कार्यनीति का निर्धारण व कारोबार योजना बनाना
  • भागीदार का मूल्यांकन, चयन, संयुक्त उद्यम की विस्तृत संरचना व डयू डिलिजेंस
  • बातचीत करके प्रस्ताव को अन्तिम रूप देना व विधिक दस्तावेज तैयार करना
  • कारोबार समेकन, योजना व कार्यान्वयन, प्रलेखन का प्रबन्धन व अनुवर्तन, संव्यवहार तथा अवस्थांतरण प्रक्रिया

निगमित पुनर्संरचनाः

 
  • वित्तीय व विधिक डयू डिलिजेंस
  • पूंजी संरचना और परिसम्पत्ति पोर्टफोलियो का अधिकतम उपयोग, बाजार विश्लेषण, लागत लाभ विश्लेषण
  • परिचालनात्मक पुनर्संरचना, कारोबार योजना तैयार करना
  • निधिकरण कार्यनीति, उपयुक्त करार/विधिक दस्तावेज तैयार करना

बोली लगाने के लिए सलाहकारी सेवाएं

 
  • पावर परियोजनाओं, अल्ट्रा मेगा पावर परियोजनाओं, गैस पाइपलाइन, नगर गैस वितरण आदि के लिए ग्राहकों की बोलियों के लिए सलाहकारी सेवाएं ।

अवस्थापना सलाहकारी सेवाएं

 

आईएफसीआई अवस्थापना क्षेत्र को विभिन्न प्रकार की सेवाएं उपलब्ध कराता है जिसमें सड़क, बंदरगाह, पावर तथा शहरी अवस्थापना सुविधाओं पर विशेष बल दिया जाता है । निवेश अभिनिर्धारण से लेकर वित्त उपलब्ध होने तक ग्राहकों की विनिर्दिष्ट आवश्यकताओं के लिए पूर्ण समाधान उपलब्ध कराए जाते हैं ।

अवस्थापना क्षेत्र में दी जाने वाली सेवाएं इस प्रकार हैं -

  • क्रेडिट प्रलेखन की सुविधा
  • डयू डिलिजेंस
  • करारों तथा प्रलेखों का पुनरीक्षण/सलाह देना
  • निवेश-पूर्व समीक्षा
  • परियोजना अवधारणा तथा व्वयहार्यता अध्ययन
  • जोखिम का निर्धारण, लागत का आक्कलन व उसका औचित्य
  • वित्तीय विकल्पों - स्रोत, लागत व जोखिम पर सलाह
  • वित्तीय विश्लेषण व मॉडलिंग - परिदृश्य विश्लेषण
  • सम्भावित संयुक्त उद्यम/साझेदार की रूपरेखा
  • इक्विटी खरीद के लिए मोल भाव हेतु सहयोग
  • परियोजना मूल्यांकन
  • ऋण सामूहिकीकरण - घरेलू और विदेशी
  • आस्थगित भुगतान गारंटी, ईसीबी की व्यवस्था करना
  • ऋण व इक्विटी का निर्धारण
  • पूंजी बाजार सलाहकारी सेवाएं

सार्वजनिक निर्गमों का अनुवर्तन

 

सेबी (प्रकटन व निवेशक संरक्षण) मार्गनिर्देश, 2000 के अनुसार, 500 करोड़ रुपए से अधिक के निर्गमों के मामले में, निर्गमकर्ता किसी एक वित्तीय संस्थान द्वारा अनुवर्तन किए जाने वाले निर्गम से प्राप्त राशि के उपयोग की व्यवस्था करेगा ।

आईएफसीआई अनुवर्तन एजेंसी के रूप में निम्नलिखित सेवाएं प्रदान करता है -

  • निर्गम के पश्चात् डयू डिलिजेंस करना
  • इस बात का पता लगाना कि निर्गम से प्राप्त निधियों का उपयोग प्रस्ताव दस्तावेज में यथानिर्दिष्ट प्रयोजनों और तरीके से किया गया है ।
  • उपर्युक्त मार्गनिर्देशों की अनुसूची-XIX में निर्दिष्ट प्रपत्र के अनुसार अनुवर्तन रिपोर्ट तैयार करना ।
  • रिकार्ड रखने के प्रयोजन से, परियोजना के पूरा होने तक सेबी को छमाही आधार पर रिपोर्ट प्रस्तुत करना ।