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अंतिम नवीनीकृत: 14-मार्च-24

चीनी विकास निधि के लिए नोडल एजेंसी

आईएफसीआई लि. चीनी विकास निधि (1986) के आरम्भ से ही निजी चीनी फैक्टरियों के आधुनिकीकरण-व-विस्तार के प्रयोजन से चीनी विकास निधि के अन्तर्गत मंजूर किए गए ऋणों ऋणों के संवितरण, अनुवर्तन और वसूली करने, बैगस आधारित को-जेनरेशन परियोजनाओं की स्थापना, अल्कोहल/मोलेसिस से ईथानाल का उत्पादन, जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (जैडएलडी) डिस्टलियरी परियोजनाओं और विकास योजनाओं आदि के लिए भारत सरकार की नोडल एजेंसी के रूप में कार्य कर रहा है ।

भारत सरकार की नोडल एजेंसी के रूप में, ऋण व प्रतिभूति दस्तावेजों की जांच/निष्पादन, निधियां प्रदान करने के लिए भारत सरकार को सिफारिशें, भौतिक व वित्तीय प्रगति के सत्यापन के लिए स्थलों का दौरा, चीनी विकास निधि द्वारा द्वारा ऋण राशि के उपयोग का सत्यापन, ऋणियों के ऋण खातों का रखरखाव, चीनी विकास निधि देयों की वसूली, चूककर्ताओं के विरुद्ध विधिक कार्रवाई करना आदि का दायित्व मुख्य रूप से आईएफसीआई के पास है ।

इसके अतिरिक्त, चीनी मिलों द्वारा चीनी विकास निधि ऋणों को लेने के लिए परियोजनाओं के वित्तीय मूल्यांकन का कार्य भी करता है । 31 मार्च, 2017 तक चीनी विकास निधि के अधीन संचयी मंजूरियां व संवितरण क्रमशः 6,436 करोड़ रुपए और 5,028 करोड़ रुपए के रहे ।